गोबर दे बछरू गोबर दे
चारो खुंट ला लीपन दे
चारो देरनिया ल बइठन दे
अपन खाथे गूदा गूदा
मोला देथे बीजा बीजा
ए बीजा ला का करहूं
रहि जांहूं तीजा
तीजा के बिहान भाय
सरी सरी लुगरा
हेर दे भउजी कपाट के खीला
केंव केंव करय मंजूर के पीला
एक गोड म लाल भाजी
एक गोड म खजूर
कतेक ला मांनव मैं
देवर ससुर
आले आले डलिया
राजा घर के पुतरो
खेलन दे फुगडी
फुगडी रे फुआ फू … ।
भरवा काडी के पटा बना ले
सिकुन काडी के गुजरी
आबे रे पंचालिन टूरी
संगे खेलबोन फुगडी
फुगडी रे फुआ फू … ।
चरखी चरखा के पानी
भरे तरइया के पानी
दे तो दाई लाडू
दीदी देखे ला जाहूं
दीदी हे लइकोरहिन
भांटो हे नंगरिहा
घर फिरि आयेंव दाई
कचरा डारे ल गेंव दिदी, हूं हूं
एक बुंदेला पांयेव दिदी, हूं हूं
चुनुन चांनन रांधेव दिदी, हूं हूं
सास-बहू खांयेन दिदी, हूं हूं
देबर ला बिजरएन दिदी, हूं हूं
छिंदरइया छिंदरया
देवर गढैया
देउर के तीरे तीर
डंडा गनौवा
एक कौंडी खंग गे
काउन पुरवइया
अर्रा गोंटी पर्रा गोंटी
का का बनी दे
अइसन बिजाती भईया
फुगडी खंलन दे
फुगडी रे फुआ फू … ।
हार गे डैकी हार गे
लीम तरी पसार गे
लीम मोर भईया
तैं मोर भौजइया
संकलन – संजीव तिवारी